आइसा ने कुलपति से ऑनलाइन नामांकन तिथि बढ़ाने की मांग की!
दरअसल मामला यह है कि पूर्णिया युनिवर्सिटी में नामांकन कोरोना जैसी महामारी में शुरू कर दी है।
महामारी की वजह से लगभग आधे से भी ज्यादा छात्र-छात्राएं नामांकन की तारीख नहीं जान पाए हैं।
और एनडीए की सरकार इस महामारी में भी बच्चो कि जान जोखिम में डालकर बच्चो से परीक्षा लेने की तैयारी कर रही हैं।
सरकार की बेहूदा और निकम्मी हरकत को देखते हुए बिहार https://www.aisa.org के प्रदेश उपाध्यक्ष Kazim Irfani(काजिम इरफानी) और जिला अध्यक्ष मिथिलेश कुमार ने पूर्णिया युनिवर्सिटी के कुलपति को आवेदन लिखा,
जिसमें यूनिवर्सिटी के कुलपति से ऑनलाइन नामांकन तिथि बढ़ाने की मांग की।
आवेदन में लिखा,
सेवा में,
कुलपति महोदय, पूर्णिया विश्वविद्यालय पूर्णिया
विषय- UG ऑनलाइन पोर्टल से नामांकन बढ़ाने के संबंध में,
आदर सहित कहना है कि कारोना बेश्विक महामारी
से उत्पन स्तिथि और लाकडाउन की वजह से
बहुतसे छात्रों का नामांकन अभी ऑनलाइन संभव
नहीं हुआ हैं। इस वैश्विक संकट की वजह से
काफी छात्र- छात्राएं शैक्षणिक ख़तरे में पड़
सकती हैं। कटिहार, पूर्णिया, अरिरिया, व
किशनगंज जिले के सुदूर ग्रामीण छेत्रों से लगातार
छात्र-छात्राओं द्वारा संगठन आइसा से संपर्क
स्थापित कर रहे हैं। और ऑनलाइन नामांकन
तिथि बढ़ाने की मांग लगातार कर रहे हैं।
हम छात्र संगठन आइसा की और से मांग करते हैं कि छात्रों की परेशानियों को देखते हुए ऑनलाइन नामांकन तिथि को बढ़ाया जाए।
भवदीय
मिथिलेश कुमार। काजिम इरफानी
जिला अध्यक्ष। प्रदेश उपाध्यक्ष
आइसा कटिहार आइसा बिहार
सरकार अपनी कुर्सी के लिए छात्र छात्राएं को कॉरोना के मुंह में धकेलना चाहता है।बेश्विक महामारी में भी सरकार बच्चो की इस्तमाल कर रही हैं। वोट बैंकिंग के लिए।
समझदार बनो!
अपने बच्चे को समझदार बनाओ।
सरकार से इसी तरीके से सवाल पूछने वाले Karim Didar ट्विटर को फ़ॉलो करे।
न्यूज़ रिपोर्टिंग
ट्विटर एक्टिविस्ट मोहम्मद करीम दीदार।