लेखक👉 Md Karim Didar
गांव-मोहल्ला चौक-चौराहे में ऐसे कई नेता देखने को मिल जाएंगे जो अपने राजनीति की कुर्सी को चमकाने के खातिर, सिर्फ दिखावे के लिए आंदोलन वा भुख हरतल करते हैं। उनका मकसद जनता को हक़ दिलाना नही होता जनता का इस्तमाल करना होता हैं।
PIC 1 |
किसी भी प्रोटेस्ट में सबसे ज्यादा अहम भूमिका बच्चे की होती हैं, बच्चे को आगे करके बैनर पकड़ा दिया जाता हैं। बच्चे के पीछे नेता और इसके कार्यकर्ता होते हैं।
कई बार तो ये भी देखा गया हैं कि किसी कोचिंग सेंटर में किसी ख़ास राजनेता के समर्थन या उसके विरोध में प्रदर्शन हो रहा हैं। ये बड़े ही दुख की बात हैं।
जिस उम्र में बच्चे को तालीम की जरूरत होती हैं उस उम्र से ही बच्चों में एक खास किस्म की नफरत भरा जा रहा हैं।
PIC 2 |
बच्चे को तालीम की जरूरत हैं अगर बच्चे में सही तालीम और सही सीख मिल जाती हैं तो वह खुद बड़े हो कर गलत सरकार और गलत नीति के विरोध करेंगे, तब आप जैसे नेता की जरूरत भी नहीं पड़ेगा. वह खुद right से लड़ना सिख जायेगा।
बच्चे अगर छोटे से ही आंदोलन और भूख हड़ताल की हिस्सा रही तो उसके बड़े होने के बाद आपकी करियर और आपके परिवार की जरूरत तो पूरे हो जाएंगे, मगर उस बच्चे ना करियर सही होगा और न ही उसका जरूरत पूरी होगी। बड़े होने के बाद वह नौजवान बेरोजगारी की सूची में सामिल हो कर रह जाएगा।
PIC 3 |
बच्चे में छोटे से ही गलत सिख जाने के कारण बच्चे गलत नीति को अपनाना शुरू कर देगा.. उसकी जीवन में अलग मोर आ जाएगा.. उस नौजवान गलत और सही में फ़र्क पता नही होगा...जिस कारण हो सकता है वही लड़का एक दिन आतंकवादी संगठन का भी साथ दे, हो सकता है किसी लड़की के साथ जबरदस्ती करे, किसी की दिन दहाड़े खून करने की साजिश करे, चोर डाकू बन जाए...
इसीलिए आप से अनुरोध हैं कि अगर आपके बच्चे को कोई नेता आंदोलन में शामिल करने के लिए आपको पैसे दे, तो फीर भी आप अपने बच्चे को आंदोलन में शामिल मत करना।
आप अपने बच्चे को सही शिक्षा दे.! उसे सही और गलत का फर्क बताएं.! खुद एक दिन समझदार बन जायेगा....