चुनाव जितने के बाद क्यों बज रहे अश्लीलता व जिहालत भरी गाना???
बारसोई के अलग-अलग क्षेत्र से बिहार पंचायती चुनाव संपन्न होने के बाद बीती रात के सुबह चुनाव का नतीजा आ चुका था।
प्रत्याशी में खुशी का माहोल था। लोग एक दूसरे को बधाई दे रहे थे। वही हारने वाले प्रत्याशी काफी निराशाजनक दिखा।
कई ऐसे प्रत्याशी भी थे जो हारने के बाद जनता को गाली गलौज देता हुआ दिखा।
मगर बात हो रही हैं, जीते हुए प्रत्याशी की कुछ जीते हुए प्रत्याशी जितने के बाद डीजे साउंड बजाते हैं। डीजे बजाना कोई गलत नही हैं। आप डीजे बजाओ, मगर अश्लीलता क्यों फैला रहो हो? जितने के बाद सोशल मीडिया पर काफी वीडियो क्लिप वायरल हुआ। जिसमें जीते हुए प्रत्याशी डीजे साउंड के साथ खुशी मनाते नजर आए। मगर गाने भोजपुरी एल्बम सिनेमा के थे। ऐसे गाने बजे जिसे कोई अपने मां बाप के सामने सुनना भी पसंद नही करते हैं। ऐसी गाने पब्लिकली बजे, जिसे या तो आपके मां बहन रैली को दिखने को सामिल हुए थे या फिर किसी और के मां बहन उस रैली को देखने के लिए सामिल हुए थे।
सोचो..समाज को क्या संदेश देना चाहते हैं ऐसे प्रत्याशी..
कल यही प्रत्याशी आपके या हमारे विचार सालिस में सामिल होंगे। और अच्छी-अच्छी बाते बताने का ढोंग करेंगे। जो पहले ही अश्लीलता के सभी हदें पार कर चुके हैं। अगर 'जिना' प्यार या बलात्कार से जुड़ी कोई केस हो तो इसका कारण यही प्रत्याशी होते होते हैं। क्योंकि जिसे समाज में परिवर्तन लाने के लिए चुना जाता हैं। वही समाज में अश्लीलता और जिहालात फैला रहा हैं। जिसे समाज को सच का आइना दिखाने के लिए चुना गया हैं। वह अश्लीलता के खिलाफ होने के बजाय अश्लीलता को बढ़ावा दे रहा हैं। गंदे गंदे गाने खुलेआम बजाते हैं, गाने में ठुमका लगाते हैं। गंदे गाने जब डीजे पर बजता हैं। इसका गलत प्रभाव बच्चे में जाते हैं। बच्चे को जिस उम्र में सही राह दिखने की होती हैं। उस समय उस बच्चे के दिमाग में गंदे गाने की वजह से लड़कियों के प्रति वासना जाग जाते हैं। जिसका परिणाम काफी भयानक होते हैं।
मेरे ऐसे पोस्ट से कई लोगो को दिक्कत हो सकती हैं। कई लोगो के को बुरा भी लग सकता हैं। मगर मुझे कोई फर्क नही पड़ता। क्योंकि कुछ लोगो की वजह से, मैं समाज में हो रही गलती पर पर्दा नहीं डाल सकता।