कटिहार: बलरामपुर स्थित नीमनगर स्कूल में नियोजन इकाई द्वारा एक शिक्षक की फर्ज़ी प्रमाण पत्र पर बहाली कर दी गई। करीब 9 साल बाद विभाग को पता चला। शिक्षक को हटाने के लिए जिले से जनवरी में ही आदेश जारी कर दिया गया है। जिसकी एक कापी सीमांचल अड्डा फेसबुक एडमिन के हाथ भी लगी है। लेकिन इस संबंध में जब बलरामपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, BPRO और पंचायत सचिव से बात की तो उनका कहना है कि ऐसी चिट्ठी अब तक हमें नहीं मिली है। सेवा से हटाए जाने का आदेश जारी होने के करीब दो महीने बाद भी अधिकारियों को चिट्ठी नहीं मिलना और आरोपी शिक्षक का अब तक सेवारत रहना इस बात की ओर इशारा करता है कि या तो बिहार का सूचना तंत्र बहुत कमज़ोर है या फिर बलरामपुर प्रशासन आलाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना कर समानंतर शासन चलाने की कोशिश कर रही है।