#एक्स_मुस्लिम
देखिए कोई या तो मुस्लिम होता है या गैर मुस्लिम होता है। एक्स मुस्लिम जैसा कुछ नहीं होता है।
दुनिया में हजारों लोग रोज अपने धर्म को छोड़ते हैं और उनमें से ज्यादातर इस्लाम से जुड़ते हैं लेकिन क्या आपने कभी उनके नामों के पहले एक्स ईसाई, एक्स हिंदू, एक्स सिख लिखा हुआ देखा है। शायद नहीं तो फिर इस्लाम छोड़ने वालों के नाम के आगे एक्स मुस्लिम क्यों लिखा जाता है?
मीडिया एक्स मुस्लिम लिखकर ये प्रोपेगंडा फैलाना चाहती है कि देखो इस्लाम में बहुत बुराइयां हैं इसलिए लोग इस्लाम छोड़ रहे हैं। जबकि हकीकत ये है कि आज भी हर साल लाखों गैर मुस्लिम इस्लाम से जुड़ रहे हैं।
इस्लाम उस छायादार पेड़ की तरह है जो उसके नीचे आने पर कभी उसकी छाया से दूर नहीं जाना चाहते बस सिर्फ कुछ बदनसीब लोग किसी लालच वस इस्लाम को छोड़ कर उसकी छाया से महरूम हो जाते हैं।