एक भाई कैसे अपनी बहन के सुहाग का दुश्मन बन सकता है, अपने जीजा को मौत के घाट उतार सकता है, वह भी बस एक छोटे से कचरे के कारण जानना है, तो इस रिपोर्ट को पूरा अवश्य देखें।
घर में बेटी का ब्याह करना एक पिता के लिए बड़ी जिम्मेदारी रहती है। पिता के साथ साथ परिवार का अगर कोई दूसरा शख्स हो तो वह भाई ही होता है जो एक पिता के रूप में ही कर्तव्य निभाता है। अपनी फूल सी बहना को नम आँखों से डोली में बैठाकर विदा करता है। उसके अच्छे जीवन के साथ ही अपनी प्यारी बहना का सदा सुहाग बना रहे ऐसी कामना करता है। पर क्या हो जब यही भाई अपनी बहन के सुहाग की लाज न रखें? और उसे मौत के घाट उतारकर अपनी बहन को विधवा करते। चौंकिए नहीं, यह सच है। एक कलयुगी भाई ने अपनी बहन के साथ कुछ ऐसा ही किया। एक साले ने अपने ही जीजा को पिट पीटकर मार डाला। मृतक की पहचान 75 वर्षीय जनीफ शाह,सालेपुर महेशपुर निवासी के रूप में हुई है। इस घटना के बाद गांव में कोहराम मच गया और शव देखने के लिए मृतक के घर पर ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी तो वहीं मृतक की पत्नी मुफीदा खातून ने गांव के ही तीन लोगों पर निर्मम हत्या करने का आरोप लगाया है।दरअसल ये पूरा मामला धान का बीज खेत में गिरने से जुड़ा है। दरअसल मृतक जनिफ शाह गांव के हाँजी इरशाद के यहाँ मजदूरी किया करता था। शनिवार को मृतक खेत पर ही था, तभी गांव के नसीम शाह अपने खेत में धान का बीज गिराने के लिए खेत तैयार कर रहा था। इसी दौरान नसीम शाह ने अपने खेत का कचरा हाजिर ईशा के खेत में फेंक दिया। इसे लेकर मृतक जानिफ शाह ने नसीम शाह को खेत में कचरा फेंकने से इनकार किया। बस इसी बात को लेकर विवाद शुरू हुआ, जो इतना बढ़ गया कि नसीम सा अंसारी खातून सन्नो ने आक्रोशित होकर जनिफ शाह के साथ बेरहमी से मारपीट कर उसे बुरी तरह से जख्मी कर दिया। घटना के बारे में मृतक की पत्नी ने बताया कि इस घटना के बाद जख्मी के परिजन व ग्रामीणों ने प्राथमिक उपचार के लिए सीएचसी लाया गया, जहाँ चिकित्सकों ने इलाज के बाद गंभीर हालत देखते हुए बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया और यही इलाज के दौरान साह की मौत हो गई।
इधर घटना को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा मामले को रफा दफा करने के लिए देर रात तक पंचायती भी चलाई गई। तो वहीं दूसरी तरफ शासन को सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुँचकर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।