चक्रवती तूफान में चौंक के कारण तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के साथ साथ राज्य के कई जिलों में भयंकर तबाही मची हुई है। अब तक इस तूफान ने कई लोगों की जिंदगियों को अस्त व्यस्त कर दिया है। इसी बीच राज्य से अपडेट सामने आई है कि बिजली समेत खाने पीने की व्यवस्था भी ठप हो गई है। पूरी खबर जानने के लिए देखिए।
पिछले एक सप्ताह से तमिलनाडु के कई जिलों में तेज बारिश और चक्रवर्ती तूफान ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है। लोग ना तो अपने घरों में सुरक्षित है और ना ही बाहर। जहाँ देखो बस पानी ही पानी नजर आ रहा है। पानी में डूबता शहर और विस्थापित लोग अब तक इस भयंकर तूफान से आई बाढ़ ने कई लोगों के घर तबाह कर दिए। कई लोगों की जान चली गई। हालांकि अब नौबत लोगों के खाने पीने के लाले पड़ने तक की भी आ गई है और यही नहीं सिर्फ तमिलनाडु ही नहीं इसका असर अन्य राज्यों में भी देखने को मिल रहा है। दरअसल, चेन्नई और उसके उपनगरों के कुछ हिस्सों में लोग अभी भी रुके हुए पानी और बिजली की समस्या से जूझ रहे हैं। इस बीच राहत और बचाव रेस्क्यू तेज कर दिया गया है। वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बाढ़ से आए हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए तमिलनाडु का दौरा करने भी पहुंचे। आपको बता दें कि तमिलनाडु सरकार ने इस भयंकर तबाही को देखते हुए चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम और चेंगलपट्टू के सभी स्कूलों और कॉलेजेस की छुट्टियां बढ़ा दी है। वहीं पल्लावरम, तांब्रम, वंडलूर, थिरूपोरूर, चेंगलपट्टु, तिरूकाझुकुंडरम में शैक्षणिक संस्थान फिलहाल के लिए बंद कर दिया है। बाढ़ के कहर के कारण चेन्नई के लोगों को दूध, पीने के पानी और अन्य जरूरतमंद चीजों की कमी से जूझना पड़ रहा है। दरअसल, बाढ़ के चलते इन सभी चीजों की आपूर्ति पूरी तरह से यहाँ पर बाधित हो गई है। लोगों के बेवजह खरीदारी के चलते भी रेग्युलर जरूरत की चीजों में की कमी का संकट भी और गहरा गया है। आपको बता दें कि इस तबाही में अब तक 17 लोगों की मौत यहाँ हो चुकी है, जिसमें चेन्नई के लोगों की संख्या सबसे ज्यादा है। इसके बाद आपको बता दें कि लोग अब भी बाढ़ के पानी के बीच फंसे हैं। उन्हें बाहर निकालने के लिए इनफ्लेटेबल, राफ्ट और रस्सियों का इस्तेमाल किया जा रहा है और ऊंचे स्थानों पर उन्हें ले जाया जा रहा है और सिर्फ ये पूरा साउथ इलाका ही नहीं इस तूफान का असर अन्य सीमावर्ती राज्यों में भी देखने को मिल रहा है। जहाँ पर मौसम ने करवट ली है और तापमान में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है।