आधिकारिक बयानों के अनुसार, कटिहार लोकसभा सीट पर राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने टिकट देने के मामले में अहमद अशफाक करीम की मांगों को नजरअंदाज किया। इसके परिणामस्वरूप, करीम ने राजद से त्यागपत्र देकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया। यहां तक कि लालू प्रसाद ने उन्हें कटिहार से निर्दलीय चुनाव लड़ने की सलाह भी दी थी, लेकिन अशफाक ने इसे ठुकरा दिया। उन्होंने अररिया से निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात कहते हुए राजद की सलाह भी अस्वीकार की।
अब, अशफाक करीम ने राजद के सुप्रीमो लालू प्रसाद पर मुसलमानों के साथ हकमारी करने का आरोप लगाया है। उनके इस्तीफा पत्र में उन्होंने यह बताया कि लालू प्रसाद न्याय की बात करते हैं, परंतु मुसलमानों के साथ उनकी भागीदारी नहीं करते। उन्होंने लिखा कि जातीय जनगणना में तो उन्हें ध्यान नहीं दिया जाता, और न्याय के नाम पर उन्हें उनका हिस्सा भी नहीं मिलता। अब, इस मामले में उन्होंने राजद में काम करना संभव नहीं माना। वे लालू प्रसाद के अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हुए इस्तीफा स्वीकार करने का आग्रह किया है।