Umar khalid ने सोशल मीडिया पर फैलाई झूठ, पुलिस ने किया खंडन

Rooh-E-Seemanchal Staff
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जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र उमर खालिद ने अपने लाभ के लिए एक झूठी कथा को सोशल मीडिया पर बढ़ावा दिया। पुलिस ने 2020 दिल्ली दंगों के मामले में खालिद की जमानत की मांग का विरोध करते हुए यह दावा किया। खालिद को उत्तर-पूर्व दिल्ली में हुए सांप्रदायिक दंगों के पीछे एक बड़े साजिश का हिस्सा माना जाता है।

Special Public Prosecutor अमित प्रसाद ने अदालत को बताया कि खालिद के मोबाइल फोन के डेटा से पता चला कि उन्होंने अभिनेताओं, राजनीतिज्ञों, क्रांतिकारियों और प्रमुख व्यक्तियों के साथ संवाद किया। उन्होंने किसी झुटी कहानी को प्रमोट करने के लिए उन्हें कुछ समाचार पोर्टलों के लिंक भेजे और उन्हें अपने सोशल मीडिया खातों पर साझा करने का अनुरोध किया। प्रसाद ने यह दावा किया कि खालिद की उन व्यक्तियों के साथ बातचीत, जिनके पास सोशल मीडिया अच्छी खासी फॉलोअर्स हैं, इस बात का संकेत देती है कि उन्होंने अपनी पॉपुलैरिटी को बढ़ावा देने के लिए साजिश में शामिल थे।

मानवाधिकार के विशेष जन सर्वोक्ता ने खालिद के पिता के साथ एक इंटरव्यू का वीडियो क्लिप चलाया, जहां उन्होंने सुप्रीम कोर्ट पर विश्वास की कमी का व्यक्त किया। अभियोक्ता ने इस बयान को एक कथा को बढ़ाने के प्रयास का हिस्सा बताया। इसके अलावा, प्रकट हुआ कि खालिद ने एक व्हाट्सएप ग्रुप के सदस्यों से कोर्ट की कुछ निर्णयों के जवाब में प्रदर्शनों की अनुसूची बनाने का अनुरोध किया था।

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