कटिहार जिले के दो स्थानीय निवासी, Md Karim Didar और पत्रकार आजाद, ने सोशल मीडिया पर एक मुहिम चलाकर बारसोई रेलवे स्टेशन के एक भ्रष्ट टिकट काउंटर कर्मचारी अर्जुन कुमार को सस्पेंड करवा दिया। अर्जुन कुमार पर आरोप था कि वह प्रवासी मजदूरों से टिकट की वास्तविक कीमत से 50-100 रुपये अधिक वसूलता था।
महोदय @AshwiniVaishnaw सर
— Md Karim Didar (@MdKarimDidar) May 26, 2024
ये वीडियो बारसोई रेलवे स्टेशन(BOE) की हैं। यहां पर लगभग 3-4 साल तक रेलवे टिकट की अभेद वसूली होती रही हैं। टिकट की मूल कीमत से 50-100 रूपये अधिक लिए जा रहे हैं। खासकर प्रवासी मजदूरों से सबसे ज्यादा अभेद वसूली की जाती हैं।pic.twitter.com/nkoRFPPbia
महोदय @AshwiniVaishnaw जी कृपया पूरी थ्रेड पढ़े 🙏
— Md Karim Didar (@MdKarimDidar) May 28, 2024
यह वीडियो बारसोई रेलवे स्टेशन (BOE) की हैं। इस वीडियो में साफ साफ दिख रहा हैं कि कैसे टिकट काउंटर के कर्मचारी प्रवासी मजदूरों से हर टिकट के एक्चुअल कीमत से 50-100 रूपये या उससे अधिक अभेद वसूली कर रहे हैं।pic.twitter.com/nkoRFPPbia
अवैध वसूली का खुलासा
अर्जुन कुमार की इस अवैध वसूली की खबर जब मोहम्मद करीम दीदार और पत्रकार आजाद तक पहुंची, तो उन्होंने इस अन्याय के खिलाफ लड़ने का फैसला किया। दोनों ने मिलकर ट्विटर (X) पर एक अभियान चलाया और लगातार ट्वीट्स किए, और इस भ्रष्टचार को लोगों के सामने उजागर किया।
सोशल मीडिया पर मुहिम
करीम दीदार और पत्रकार आजाद ने DRM Katihar, RPF Katihar, DM Katihar, रेल सेवा, रेल मदद, SP कटिहार और रेल मंत्री को टैग करते हुए कई ट्वीट किए। उन्होंने ट्विटर पर इस भ्रष्टाचार की पोल खोलते हुए लगातार पोस्ट्स डाले, जिससे संबंधित अधिकारियों का ध्यान Barsoi Railway Station में हो रहे अभेद वसूली की और खींचा, करीम दीदार ने अर्जुन कुमार पर कानूनी कार्रवाई करने के लिए आला अधिकारियों को मजबूर कर दिया।
Thanks for writing us ,matter is being forwarded to concerned official to look into it seriously . https://t.co/Rv5nGkaPHs
— drmkatihar (@drm_kir) May 23, 2024
RPF katihar की कार्रवाई
सोशल मीडिया पर हो रही इस मुहिम और बढ़ते दबाव को देखते हुए अधिकारियों ने मामले की जांच शुरू की। जांच के बाद, अर्जुन कुमार को सस्पेंड कर दिया गया।
Sir, matter informed to IPF/BOE @rpfboe
— RPF KATIHAR DIV (@rpfnfrkir) May 25, 2024
@rpfnfrkir , Kindly look into the matter & ATR on the wall. Complaint No.56/2024
— ZSCRNFR (@zscrnfr) May 27, 2024
स्थानीय जनता की प्रतिक्रिया
अर्जुन कुमार के सस्पेंड होने के बाद स्थानीय लोगों ने मोहम्मद करीम दीदार और पत्रकार आजाद की सराहना की। उनके प्रयासों ने साबित कर दिया कि जब आम लोग एकजुट होकर अगर सही मंच का उपयोग करते हैं, तो वे बड़े से बड़े अन्याय और भ्रष्टाचार को भी बेनकाब कर सकते हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस घटना ने उन्हें भी भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रेरित किया है।
समाज में जागरूकता
इस घटना ने समाज में एक नई जागरूकता फैलाई है। लोगों ने देखा कि सोशल मीडिया के माध्यम से भी न्याय की लड़ाई लड़ी जा सकती है। करीम दीदार और पत्रकार आजाद की इस मुहिम ने न केवल एक भ्रष्ट कर्मचारी को सस्पेंड करवाया बल्कि अन्याय के खिलाफ लड़ने का एक नया रास्ता भी दिखाया।
निष्कर्ष
सही इरादों और मेहनत से बड़े से बड़े भ्रष्टाचार को भी उजागर किया जा सकता है। Karim Didar इस प्रयास की जितनी भी सराहना की जाए, कम है। यह घटना एक उदाहरण है कि जब आम नागरिक एकजुट होकर भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाते हैं, तो न केवल वे सफल होते हैं बल्कि समाज को एक नई दिशा भी दिखाते हैं। उम्मीद है कि इस घटना से प्रेरित होकर और लोग भी अन्याय और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाएंगे।