कटिहार: गरीबों के लिए एम्स के नाम से मशहूर कटिहार सदर अस्पताल, जो 200 बेड के साथ 37 करोड़ रुपये की लागत से मॉडर्न तकनीक पर बनाया गया है, शुक्रवार को बिजली गुल होने के कारण चर्चा में आया। अचानक लाइट जाने से अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर में मरीजों का इलाज मोबाइल फोन की टॉर्च की रोशनी में करना पड़ा।
इस घटना में एक बीमार युवक का इलाज हो रहा था जब बिजली कट गई। अस्पताल का जनरेटर काफी देर बाद चालू हुआ, लेकिन तब तक अस्पताल का स्टाफ मोबाइल की रोशनी में काम करने को मजबूर था। कटिहार सदर अस्पताल की यह स्थिति नई नहीं है। मरीजों को अक्सर ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जहां बिजली की अनियमितता के कारण उनका इलाज प्रभावित होता है अस्पताल प्रशासन के अनुसार, बिजली कटौती और जनरेटर के देर से चालू होने की समस्या लगातार बनी रहती है, जिससे मरीजों और स्टाफ दोनों को असुविधा होती है। स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को इस पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।