हैदराबाद, 2 जून 2024 रविवार से हैदराबाद तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की आधिकारिक संयुक्त राजधानी नहीं रहेगी ।
आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम 2014 की धारा 5( 1) के अनुसार, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश मिलकर 2 जून 2024 से एक
राजधानी होगी । धारा 5( 2) में स्पष्ट किया गया है कि हैदराबाद केवल तेलंगाना की राजधानी होगी ।
आंध्र प्रदेश की स्थायी राजधानी का चयन अभी तक नहीं हो सका है । विशाखापत्तनम और अमरावती की कानूनी लड़ाई
जारी है । मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने कहा है कि अगर वे मुख्यमंत्री बने रहते हैं, तो वे विशाखापत्तनम को प्रशासनिक
राजधानी बना देंगे, कुरनूल को न्यायिक राजधानी और अमरावती को विधानमंडल की सीट के रूप में स्थापित करेंगे ।
2014 में आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद ही हैदराबाद को आंध्र प्रदेश की राजधानी मानना बंद कर दिया गया था । एक
राजनीतिक विश्लेषक के अनुसार, दो तेलुगु राज्यों के बीच यह नवीनतम विभाजन प्रतीकात्मक है, लेकिन यह एक
महत्वपूर्ण मील का पत्थर भी है ।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने राज्यपालसी.पी. राधाकृष्णन को 2 जून को राज्य स्थापना दिवस समारोह में
आमंत्रित किया है । शनिवार को, रेड्डी ने राजभवन में जाकर राज्यपाल से इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुरोध किया ।
उपमुख्यमंत्री भट्टी विक्रमार्क भी उनके साथ थे ।
यह कार्यक्रम सिकंदराबाद के परेड ग्राउंड और टैंक बंड में आयोजित किया जाएगा । मुख्यमंत्री, राज्य मंत्री और कांग्रेस
नेता सोनिया गांधी के भी इस समारोह में शामिल होने की उम्मीद है । सुबह गन पार्क में शहीद स्तूप पर पुष्पांजलि अर्पित
करने के बाद मुख्यमंत्री सिकंदराबाद परेड ग्राउंड में कई कार्यक्रमों में भाग लेंगे ।
परेड क्षेत्र में पीने के पानी, उचित शौचालय की सुविधाओं के साथ विशेष चिकित्सा शिविर भी लगाए जाएंगे । सूचना एवं
जनसंपर्क विभाग के तत्वावधान में एलईडी स्क्रीन पर कार्यक्रम का सीधा प्रसारण होगा । शाम को टैंक बंड पर कार्निवल,
आतिशबाजी, लेजर शो, भोजन और गेमिंग स्टॉल सहित सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगेहों गे। मुख्यमंत्री, मंत्रीगण और अन्य विशिष्ट
लोग इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेंगे ।