कटिहार जिले के आजमनगर प्रखंड के गोरखपुर पंचायत में राजस्व कर्मचारी विजय कुमार सिंह द्वारा म्यूटेशन के नाम पर भू-स्वामी से मोटी रकम वसूलने का मामला सामने आया है। इस घटना का वीडियो और फोटो वायरल होने के बाद मामला मीडिया की सुर्खियों में आ गया है। घटना की गूंज तब और बढ़ गई जब भूमि एवं राजस्व सुधार मंत्री दिलीप जायसवाल ने हाल ही में आजमनगर में एक सभा के दौरान जनता को संबोधित करते हुए कहा था कि यदि कोई कर्मचारी म्यूटेशन या जमीन से जुड़े अन्य मामलों में रिश्वत की मांग करता है, तो सबूत मिलने पर उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सभा में मंत्री दिलीप जायसवाल ने स्पष्ट किया, "म्यूटेशन में दिक्कत क्यों होती है? क्यों कर्मचारियों के पास दौड़ना पड़ता है? क्या वे इसके लिए पैसे मांगते हैं? बगैर पैसे के ये काम हो सकते हैं।
मंत्री जी ने जनता को आश्वस्त किया था कि उनके विभाग में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा था कि पिछले मामलों में भी 37 सीओ के खिलाफ कार्रवाई की गई है और उन्हें विजिलेंस के हवाले किया गया है।
अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि मंत्री दिलीप जायसवाल और कटिहार जिले के डीएम इस मामले में क्या कदम उठाते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि मंत्री जी की ईमानदारी तभी साबित होगी जब विजय कुमार सिंह के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। लोगों का कहना है कि मंत्री जी खुद को ईमानदार बताते हैं, लेकिन उनके राजस्व कर्मचारी विजय कुमार सिंह की इस हरकत से उनकी छवि धूमिल हो सकती है। जनता का विश्वास टूट सकता है अगर इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं की गई।