जमुई जिले में पुलिस ने एक फर्जी आईपीएस अधिकारी का पर्दाफाश करते हुए 18 वर्षीय मिथलेश मांझी को गिरफ्तार किया है, जो भगलू मांझी का बेटा है। मिथलेश मांझी खैरा थाना क्षेत्र के रहने वाले मनोज सिंह से कथित तौर पर दो लाख रुपये देकर आईपीएस अधिकारी बनने का दावा कर रहा था। पुलिस ने उसके पास से नकली पिस्टल, फर्जी दस्तावेज और आईपीएस की वर्दी भी बरामद की है।
मिथलेश मांझी सिकंदरा थाना क्षेत्र के चौक पर बाइक पर आईपीएस की वर्दी पहनकर खड़ा था, जब पुलिस की एक टीम वहां से गुजर रही थी। पुलिस को उसकी गतिविधियों पर शक हुआ और उन्होंने पूछताछ शुरू की। मिथलेश ने खुद को आईपीएस अधिकारी बताया, लेकिन जब उससे ड्यूटी के बारे में पूछा गया तो वह जवाब देने में असमर्थ रहा। इसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर थाने पहुंचाया।
दो लाख में बना 'फर्जी आईपीएस'
पुलिस की पूछताछ में मिथलेश मांझी ने खुलासा किया कि कुछ महीने पहले उसकी मुलाकात खैरा थाना क्षेत्र के मनोज सिंह से हुई थी। मनोज सिंह ने मिथलेश से कहा था कि वह दो लाख रुपये लेकर उसे पुलिस अधिकारी बना देगा। मिथलेश ने 4 अगस्त को मनोज सिंह को दो लाख रुपये दिए थे, जिसके बाद उसे पुलिस की वर्दी और नकली पिस्टल सौंपी गई। मनोज सिंह ने मिथलेश को चेतावनी भी दी थी कि इस पिस्टल को संभाल कर रखे, क्योंकि इससे गोली चलने पर किसी की जान भी जा सकती है।
पुलिस की सक्रियता से हुआ पर्दाफाश
मिथलेश मांझी की गिरफ्तारी से यह स्पष्ट हो गया है कि जिले में फर्जी अधिकारी बनने की एक साजिश चल रही थी। पुलिस को इस बात की जानकारी उस वक्त हुई जब मिथलेश चौक पर खड़ा था और उसके बर्ताव पर पुलिस को संदेह हुआ। जांच के दौरान यह पाया गया कि वह न केवल फर्जी दस्तावेजों के साथ घूम रहा था, बल्कि उसे वर्दी और पिस्टल भी धोखाधड़ी के जरिए मिली थी।
आगे की जांच जारी
जमुई पुलिस ने इस मामले की जांच को और आगे बढ़ा दिया है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस धोखाधड़ी के पीछे और कितने लोग शामिल हैं। मनोज सिंह की भूमिका पर भी गहराई से जांच हो रही है।